नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Vaccine Tourism: कुछ दिन पहले दुबई के एक टूर ऑप्रेटर की तरफ से दिल्ली से मॉस्को के लिए 24 दिन के टूर पैकेज की पेशकश सामने आई थी, जिससे रूस की कोरोना वैक्सीन Sputnik-V की दो डोज़ भी शामिल थीं। 1.3 लाख रुपये के इस टूर पैकेज में वैक्सीन की दो डोज़ के बीच पूरे रूस में 20 दिनों के दर्शनीय स्थलों की यात्रा का वादा भी शामिल था। लेकिन कुछ ही देर में अरेबियन नाइट्स टूर्स की वेबसाइट से ये पैकेज गायब हो गया।
ये पैकेज तो काफी अच्छा लग रहा है, लेकिन इससे पहले कुछ बाधाओं को पहले दूर करना ज़रूरी है- जिसमें भारत से रूस के लिए वीज़ा और फिर उड़ानें शामिल हैं। इसी बीच भारत के भी कई ट्रैवल एजेंसियां हैं, जो इस तरह के वैक्सीन टूर पैकेज पर विचार कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस वक्त भले ही कई देशों ने कोविड की दूसरी लहर को देखते हुए भारत से आने वाली उड़ानों को रद्द कर दिया है, लेकिन जब ये बैन खुलेगा, तो उस वक्त हम इस तरह के पैकेज के बारे में सोच सकते हैं।
क्या भारतीय नागरिक कोविड वैक्सीन लगवाने के लिए दूसरे देश जा सकते हैं?
केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय का मानना है भारत से किसी को भी वैक्सीन के लिए दूसरे देश जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। इस साल के अंत तक देश के सभी लोगों को वैक्सीन लग जाएगी, वो कम से कम दाम में। हालांकि, इसके बावजूद भारत में वैक्सीन टूरिज़्म का कंसेप्ट पॉपुलर हो रहा है। यहां तक कि, वैक्सीन टूरिस्म उन देशों में काफी लोकप्रिय हो रहा है, जहां वैक्सीन की कमी है या ऐसे लोग जिन्हें कुछ खास तरह की बीमारियां हैं उन्हें वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है।
इस वक्त अगर देश में हवाई यात्रा की अनुमति है, तो टीकाकरण के लिए किसी दूसरे देश की यात्रा करना अवैध नहीं है। जनवरी में, फ्लोरिडा ने वैक्सीन लगवाने वालों के लिए स्थानीय निवास का प्रमाण प्रस्तुत करना अनिवार्य कर दिया था।